
हरिद्वार: राज्य गठन के बाद हरिद्वार विधानसभा सीट पर लगातार पांचवीं बार काबिज हुए बीजेपी विधायक मदन कौशिक ने अपने चुनावी कौशल से छोटी सरकार यानी नगर निगम को भी भाजपा की झोली में डाल दिया।

चुनाव भले ही किरण जैसल लड़ रही थी लेकिन असल चुनावी प्रबंधन नगर विधायक मदन कौशिक के हाथ में ही था, उसी का ही नतीजा है कि शहरी क्षेत्र के 37 में से 30 वार्ड पर भारतीय जनता पार्टी ने परचम लहराया है ।एक तरह से पिछली बार हुई चूक से सबक लेते हुए मदन कौशिक ने खुद मैदान संभालते हुए में अपना लोहा मनवाया।

नगर निगम चुनाव के पहले ही दिन मेयर पद पर प्रत्याशी के तौर पर किरण जैसल के नाम पर मुहर लगने के साथ ही तस्वीर साफ हो गई थी कि प्रत्याशी चयन पर मदन कौशिक की ही चली है। उन्हें इस दफा हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र रावत का भी साथ मिला, जिसके चलते प्रत्याशी चयन में कोई बाधा नहीं आई।

दूसरी बात पिछले नगर निगम चुनाव में अलग-थलग चल रहे रानीपुर विधायक आदेश चौहान भी पूर्व काबिना मंत्री के साथ कदमताल करते हुए दिखाई दिए। पूर्व काबिना मंत्री की सटीक रणनीति से कांग्रेस अपना चुनाव ही नहीं खड़ा कर पाई। नतीजा 28000 मतों से हुई हार के तौर पर सामने है। पूरे चुनाव की बागडोर पहले दिन से ही मदन कौशिक संभाले हुए थे, जिन्होंने अपनी राजनीतिक सूझबूझ से नगर निगम पर भाजपा को आसीन कराने में अहम भूमिका अदा की।

दिग्गज नहीं बचा सके अपना वार्ड
हरिद्वार, जहां एक तरफ नगर विधायक ने पिछली हार का बदला लिया है । उसके साथ ही कई दिग्गज अपने वार्ड तक हार गए। भाजपा के जिला महामंत्री आशुतोष शर्मा के वार्ड में भी कमल नहीं खिला। इसी तरह जिला उपाध्यक्ष लव शर्मा के यहां भी कांग्रेस का हाथ मजबूती से उभर कर आया। कांग्रेस के मेयर पद के प्रत्याशी अमरेश बालियान के पुत्र वरुण बालियान भी अपना वार्ड नहीं बचा सके। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर, संजय पालीवाल, प्रदीप चौधरी तक कांग्रेस के हाथ को अपने वार्ड में मजबूत नहीं कर सके। इसके अलावा पूर्व मेंयर अनीता शर्मा की बेटी अपने ही गृह वार्ड में भाजपा से परास्त हुई।

कनखल में स्वयंभू भाजपा नेता के फर्जी दावे
हरिद्वार, कनखल में एक स्वयंभू भाजपा नेता जीत का श्रेय जुटा हुआ है जबकि वार्ड नंबर 24 में भाजपा को हरवाने के लिए उसी ने अपनी टीम उतारी हुई थी । उसके अलावा सभी वार्डों में अपने चुनाव प्रबंधन का फर्जी दावा कर वह खुद ही फेसबुक पर अपनी पीठ थपथपाने में जुटा है। हकीकत यह है कि नगर विधायक मदन कौशिक की बेहतर पकड़ कनखल की हर नब्ज पर है और भाजपा का गढ़ कनखल को शुरू से माना जाता है। नगर विधायक भी यहां से ही लीड लेकर हमेशा जीत का स्वाद चखते आए हैं