उत्तराखंड-भाजपा विधायकों से रंगदारी मांगने के आरोपी दिल्ली से धरे, उत्तराखंड से भी है पुराना कनेक्शन, हरिद्वार-उधमसिहं नगर के एसएसपी ने मामले को चुनौती मानकर चंद घंटों में किया खुलासा, मुख्य साजिशकर्ता नहीं चढ़ा हत्थे, पीएमओ का अफसर बनकर महाराष्ट्र के एक मंत्री से भी मांगी थी रंगदारी..

हरिद्वार। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बेटा जय शाह बनकर उत्तराखंड के तीन विधायक आदेश चौहान, शिव अरोड़ा और सरिता आर्य से रंगदारी मांगने के प्रकरण में उधमसिंह नगर और हरिद्वार पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपियों को दबोचा है जबकि मुख्य साजिशकर्ता हत्थे नहीं चढ़ सका है। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल और एसएसपी उधमसिंह नगर मणिकांत मिश्रा ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाई है।

रानीपुर विधाानसभा से भाजपा विधायक आदेश चौहान, रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा और भीमताल से विधायक सरिता आर्य से संपर्क कर पिछले दिनों कई लाख की रंगदारी मांगी गई थी। तब से उत्तराखंड पुलिस की टीमें आरोपियों की धरपकड़ में जुटी थी। रकम न देने पर अभद्रता करते हुए सोशल मीडिया पर उन्हें बदनाम करने की देने की धमकी दी थी।

पुलिस टीमों ने दिल्ली में डेरा डाला हुआ था…..
पुलिस तुरंत ही हरकत में आ गई थी। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल और एसएसपी उधमसिंह नगर मणिकांत मिश्रा ने संयुक्त रुप से बताया कि आरोपी प्रियांशु पंत पुत्र स्वर्गीय बसंत बल्लभ पंत निवासी बेरीनाग बागेश्वर हाल निवासी ए ब्लॉक मयूर विहार पूर्वी दिल्ली और उवेश अहमद निवासी मयूर विहार पूर्वी दिल्ली को पकड़ लिया जबकि मुख्य साजिशकर्ता गौरव नाथ निवासी सपेरा बस्ती मयूर विहार पूर्वी दिल्ली गिरफ्त में नहीं सका।

बताया कि मुख्य आरोपी पिछले साल महाराष्ट्र के एक मंत्री से पीएमओ का अधिकारी बनकर रंगदारी मांगने के प्रकरण में जेल जा चुका है। उसकी तलाश जारी है। उसी ने ही जेल से जमानत पर छूटने के बाद उमेश और प्रियांशु के साथ मिलकर उत्तराखंड के विधायकों को कॉल रकम वसूलने की योजना बनाई थी। उसी का ही आइडिया था कि रकम मिलने पर आपस में बांट लेंगे।

प्रियांशु के मोबाइल फोन का हुआ इस्तेमाल……
हरिद्वार, पुलिस के हत्थे चढ़े 19 वर्षीय आरोपी प्रियांशु पंत के पिता की पिछले वर्ष ही सड़क दुर्घटना में मौत हुई थी। उसके पिता पेशे से चालक थे। मुक्त विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई कर रहे प्रियांशु के मोबाइल फोन का ही इस्तेमाल किया गया था। मुख्य आरोपी गौरव नाथ ने उमेश अहमद के नाम से सिम कार्ड खरीदे थे।

ट्रू कॉलर में भी किया खेल…..
हरिद्वार, मुख्य साजिशकर्ता गौरव नाथ ने ही ट्रू कॉलर एप में एक मोबाइल फोन नंबर जय शाह और दूसरा नंबर जय शाह सेक्रेटी के नाम से सेव किया था। उनका प्लॉन था कि ट्रू कॉलर पर नाम सामने आने पर विधायक घबराकर उन्हें रकम दे देंगे।

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