
हरिद्वार: उत्तरी हरिद्वार में सत्ताधारियों की साठ-गांठ से करोड़ों की जमीन पर कब्जे की जांच शुरू हो गई है। बुधवार को तहसील की एक टीम ने भूपतवाला पहुंचकर मामले की पड़ताल की। पुलिस के रोकने के बावजूद दबंगई दिखाते हुए निर्माण करने की शिकायत पाई गई। इस मामले में राजस्व टीम की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो सकती है। हालांकि, देखने वाली बात यह है कि पार्षद सहित सत्ताधारी पार्टी से जुड़े नेताओं के खिलाफ कोई एक्शन होगा या नहीं।

संत बाहुल्य क्षेत्र की रानी गली का है। जहां क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और भूमाफिया ने रातो-रात एक सरकारी गली पर कब्जा कर लिया हैं । भू-माफिया ने जेसीबी से पहले सीवर लाइन उखाड़ी गई, उसके बाद चाहरदीवारी बनाने का कार्य शुरू हुआ। बताया गया है कि सत्तारूढ़ दल से जुड़े एक नेता की मिलीभगत से यह कब्जा किया जा रहा है।

जानकारी मिलने पर पुलिस ने आनन-फानन में काम बंद करा दिया था। साथ ही आला अधिकारियों को रिपोर्ट भी भेजी गई थी। इस बीच दबंगई दिखाते हुए सफेदपोश भूमाफिया और छुटभैय्ये नेताओें ने फिर से काम चालू कर दिया। ऐसा बताया गया है कि स्थानीय नागरिक विरोध कर रहे है लेकिन क्षेत्रीय नेता और भू- माफियाओं की जोड़ी ने असलहे के साथ असमाजिक तत्वों की फौज मौके पर जुटाई हुई है।

जिससे लोगों में भय का महौल बना हुआ हैं। इस मामले में बुधवार को तहसील की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को भेजने की बात कही जा रही है। देखना होगा कि मामला प्रशासन के सामने जाने पर सफेदपोश और भू-माफिया पर क्या कार्रवाही होती है।